جدو سامى 🕊️ 𓁈
كبير المشرفين
إدارة ميلفات
كبير المشرفين
مستر ميلفاوي
كاتب ذهبي
ناشر قصص
ناشر صور
ناشر أفلام
فضفضاوي متألق
ميلفاوي متميز
ميلفاوي كوميدي
إستشاري مميز
ميلفاوي شاعر
ناشر موسيقي
ميلفاوي سينماوي
ميلفاوي نشيط
ناشر قصص مصورة
نجم ميلفات
ملك الصور
ناقد قصصي
زعيم الفضفضة
ترنيمة إلى الحرية (باليونانية: Ὕμνος εἰς τὴν Ἐλευθερίαν) هي قصيدة كتبها ديونيسيوس سولومو في عام 1823 ومكونة من 158 موشحات، وهو نشيد اليونان الوطني. وتم اعتماده في عام 1865 و بعدها بحوالي مائة عام تم اعتماده من دولة قبرص كنشيد وطني لها أيضا في عام 1966.
أنا أعرفك من النصل
من السيف، [الشفرة] المرعبة،
أعرفك من المظهر
الذي بالقوة يقيس الأرض.
من العظام التي أخرجتها،
المقدسة (العظام) عند اليونانيين
𝄆 وكأول شجاع مرة أخرى،
افرحي افرحي يا حرية. 𝄇
هناك كنت تعيش
مريرة ، خجل ،
والفم الذي كنت تنتظره،
"تعال مرة أخرى"، إذا أخبرك ذلك.
لقد جاء متأخرا ذلك اليوم،
وصمت كل شيء
𝄆 لأن التنمر كان يطغى عليهم
وكانت العبودية تضطهدهم. 𝄇
واحد غير سعيد! مواساة
وحده كان يقيم ليخبرك
عظماء الماضي
ويروى عنهم الحداد.
وكان ينتظر، وكان ينتظر
خطاب محب للحرية.
𝄆 يد واحدة تضرب الأخرى
من اليأس. 𝄇
وكنت تقول: متى، أوه، متى سأصل
رأسي خارج هذه الأماكن المنعزلة؟
والإجابة من فوق كانت
صرخات، سلاسل، أصوات.
ثم كنت ترفع نظرتك
في الدموع، ضبابية.
𝄆وكان في ثيابك يقطر دمًا،
الكثير من الدم اليوناني. 𝄇
1.Σε γνωρίζω από την κόψη
Του σπαθιού την τρομερή,
Σε γνωρίζω από την όψη,
Που με βιά μετράει τη γη.
2.Απ’ τα κόκκαλα[d] βγαλμένη
Των Ελλήνων τα ιερά,
𝄆 Και σαν πρώτα ανδρειωμένη,
Χαίρε, ω χαίρε, ελευθεριά! 𝄇
3.Εκεί μέσα εκατοικούσες
πικραμένη, εντροπαλή,
κι ένα στόμα ακαρτερούσες,
«έλα πάλι», να σου πει.
4.Άργειε να 'λθει[e] εκείνη η μέρα,
Και[f] ήταν όλα σιωπηλά,
𝄆 γιατί τά 'σκιαζε η φοβέρα
και τα πλάκωνε η σκλαβιά. 𝄇
Δυστυχής! Παρηγορία
μόνη σου έμενε να λες
περασμένα μεγαλεία
και διηγώντας τα να κλαις.
Και ακαρτέρει, και ακαρτέρει
φιλελεύθερη λαλιά,
𝄆 ένα εκτύπαε τ’ άλλο χέρι
από την απελπισιά. 𝄇
Κι έλεες: «πότε, α! πότε βγάνω
το κεφάλι από τσ' ερμιές;»
Και[f] αποκρίνοντο από πάνω
κλάψες, άλυσες, φωνές.
Τότε εσήκωνες το βλέμμα
μες στα κλάιματα[g] θολό,
𝄆 και εις το ρούχο σου έσταζ’ αίμα,
πλήθος αίμα Ελληνικό. 𝄇
أنا أعرفك من النصل
من السيف، [الشفرة] المرعبة،
أعرفك من المظهر
الذي بالقوة يقيس الأرض.
من العظام التي أخرجتها،
المقدسة (العظام) عند اليونانيين
𝄆 وكأول شجاع مرة أخرى،
افرحي افرحي يا حرية. 𝄇
هناك كنت تعيش
مريرة ، خجل ،
والفم الذي كنت تنتظره،
"تعال مرة أخرى"، إذا أخبرك ذلك.
لقد جاء متأخرا ذلك اليوم،
وصمت كل شيء
𝄆 لأن التنمر كان يطغى عليهم
وكانت العبودية تضطهدهم. 𝄇
واحد غير سعيد! مواساة
وحده كان يقيم ليخبرك
عظماء الماضي
ويروى عنهم الحداد.
وكان ينتظر، وكان ينتظر
خطاب محب للحرية.
𝄆 يد واحدة تضرب الأخرى
من اليأس. 𝄇
وكنت تقول: متى، أوه، متى سأصل
رأسي خارج هذه الأماكن المنعزلة؟
والإجابة من فوق كانت
صرخات، سلاسل، أصوات.
ثم كنت ترفع نظرتك
في الدموع، ضبابية.
𝄆وكان في ثيابك يقطر دمًا،
الكثير من الدم اليوناني. 𝄇
1.Σε γνωρίζω από την κόψη
Του σπαθιού την τρομερή,
Σε γνωρίζω από την όψη,
Που με βιά μετράει τη γη.
2.Απ’ τα κόκκαλα[d] βγαλμένη
Των Ελλήνων τα ιερά,
𝄆 Και σαν πρώτα ανδρειωμένη,
Χαίρε, ω χαίρε, ελευθεριά! 𝄇
3.Εκεί μέσα εκατοικούσες
πικραμένη, εντροπαλή,
κι ένα στόμα ακαρτερούσες,
«έλα πάλι», να σου πει.
4.Άργειε να 'λθει[e] εκείνη η μέρα,
Και[f] ήταν όλα σιωπηλά,
𝄆 γιατί τά 'σκιαζε η φοβέρα
και τα πλάκωνε η σκλαβιά. 𝄇
Δυστυχής! Παρηγορία
μόνη σου έμενε να λες
περασμένα μεγαλεία
και διηγώντας τα να κλαις.
Και ακαρτέρει, και ακαρτέρει
φιλελεύθερη λαλιά,
𝄆 ένα εκτύπαε τ’ άλλο χέρι
από την απελπισιά. 𝄇
Κι έλεες: «πότε, α! πότε βγάνω
το κεφάλι από τσ' ερμιές;»
Και[f] αποκρίνοντο από πάνω
κλάψες, άλυσες, φωνές.
Τότε εσήκωνες το βλέμμα
μες στα κλάιματα[g] θολό,
𝄆 και εις το ρούχο σου έσταζ’ αίμα,
πλήθος αίμα Ελληνικό. 𝄇